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- सामान्य मरीजों की बढ़ती संख्या को देखते हुए अस्पताल प्रशासन ने बढ़ाई और सुविधा
- ओपीडी में इलाज कराने वाले सभी मरीजों की हो रही है कोरोना जांच
भागलपुर, 17 अक्टूबर
मायागंज अस्पताल प्रशासन एक-एक कर सभी सुविधाएं अस्पताल में बहाल करता जा रहा है. पहले इंडोर उसके बाद ओपीडी और अब ओपीडी की समय सीमा भी बढ़ा दी गई है. पहले ओपीडी सेवा सुबह 9 से दोपहर 12 बजे तक चलती थी, लेकिन अब इसे बढ़ाकर दोपहर 1 बजे तक कर दिया गया है. इससे बड़े पैमाने पर इलाज करने के लिए आने वाले सामान्य मरीजों को राहत मिलेगी. मालूम हो कि मायागंज अस्पताल को 5 अप्रैल को करोना अस्पताल में तब्दील कर देने के बाद यहां पर सामान्य मरीजों का इलाज बंद हो गया था, लेकिन स्वास्थ्य विभाग के प्रधान सचिव प्रत्यय अमृत के निर्देश के बाद पहले इंडोर सेवा शुरू की गई. उसके बाद ओपीडी सेवा शुरू हुई.
मायागंज अस्पताल के अधीक्षक डॉ अशोक कुमार भगत ने बताया ओपीडी में बढ़ती भीड़ को देखते हुए अस्पताल प्रशासन ने यह कदम उठाया है. मरीजों को इलाज कराने में कोई परेशानी नहीं हो, इसे देखते हुए अस्पताल प्रशासन ने समय को एक घंटा अधिक कर दिया. उन्होंने बताया 3 घंटे की ओपीडी में कुछ लोगों के लौटने की शिकायत सामने आई थी. उसे दूर करते हुए यह फैसला लिया गया है.
कोरोना मरीजों का आइसोलेशन वार्ड में चल रहा है इलाज: डॉ भगत ने बताया सामान्य मरीजों के लिए ओपीडी चालू होने के बाद अब कोरोना मरीजों का इलाज अस्पताल स्थित आइसोलेशन वार्ड में चल रहा है. वहीं गंभीर कोरोना मरीजों का इलाज इमरजेंसी में हो रहा है. अस्पताल में इलाज कराने वाले हर व्यक्ति की पहले कोरोना जांच हो रही है. उसके बाद उसका इलाज किया जा रहा है. अस्पताल आने वाले किसी मरीज में कोरोना का संक्रमण न फैले, इसलिए यह कदम उठाया गया है.
ओपीडी को लगातार किया जा रहा सैनिटाइज: डॉ भगत ने बताया इलाज के दौरान मरीजों में कोरोना का संक्रमण नहीं फैले, इसे लेकर ओपीडी को लगातार सैनिटाइज किया जाता है. आगे भी इसे सैनिटाइज किया जाता रहेगा. साथ ही इलाज करने वाले डॉक्टर और अन्य स्वास्थ्यकर्मी मास्क लगाकर इलाज कर रहे हैं. अस्पताल प्रशासन ने इसे लेकर विशेष व्यवस्था की है. साथ ही इलाज कराने के लिए आने वाले मरीज और उसके परिजनों मास्क लगाने के बाद ही प्रवेश कर सकते हैं.
आसपास के जिलों समेत झारखंड से भी आते हैं मरीज: डॉ भगत ने बताया मायागंज अस्पताल में इलाज कराने के लिए आसपास के जिलों समेत झारखंड से भी मरीज आते हैं. 6 महीने तक अस्पताल में सामान्य मरीजों का इलाज नहीं होने से उन्हें परेशानी का सामना करना पड़ रहा था लेकिन इंडोर और ओपीडी सेवा शुरू हो जाने से उन्हें बहुत बड़ी राहत मिली है. खासकर गंभीर मरीजों को इलाज के लिए अब बाहर नहीं जाना पड़ेगा और ना ही निजी अस्पताल का रुख करना पड़ेगा.
नहीं करें अनदेखी, रहें कोरोना से सतर्क:
- घर से निकलते समय मास्क का इस्तेमाल जरूर करें।
- बार-बार हाथ धोने की आदत डालें।
- साबुन और पानी से हाथ धोएं या अल्कोहल आधारित हैंड सैनिटाइजर का इस्तेमाल करें।
- छींकते और खांसते समय अपनी नाक और मुंह को रूमाल या टिशू से ढकें।
- उपयोग किए गए टिशू को उपयोग के तुरंत बाद बंद डिब्बे में फेंकें ।
- बातचीत के दौरान फ्लू जैसे लक्षण वाले व्यक्तियों से कम से कम 6 फीट की दूरी बनाए रखें।
रिपोर्टर
The Reporter specializes in covering a news beat, produces daily news for Aaple Rajya News
Swapnil Mhaske