फाइलेरिया रोगी चंदन कुमार, मीना देवी और एएनएम स्कूल कि छात्राओं को अपने हाथों फाइलेरिया की दवा खिलाकर प्रभारी सिविल सर्जन ने किया एमडीए अभियान का शुभारंभ
- इस अवसर पर एनएनएम कि छात्राओं ने जागरूकता रैली निकालकर आम लोगों को फाइलेरिया कि दवा खाने के लिए किया जागरूक
- मुंगेर शहरी क्षेत्र सहित जिला भर के सभी नौ प्रखंडों में अगले 17 दिनों तक लोगों को कराया जाएगा फाइलेरिया रोधी दवाओं का सेवन
- शुरुआत के तीन दिनों तक स्कूलों में बूथ लगाकर बच्चों और शिक्षकों को खिलाई जाएगी फाइलेरिया कि दवा
मुंगेर,-
फाइलेरिया रोगी चंदन कुमार, मीना देवी और एएनएम स्कूल कि छात्राओं को अपने हाथों फाइलेरिया कि दवा खिलाकर प्रभारी सिविल सर्जन डॉक्टर अखिलेश कुमार ने सर्वजन दवा सेवन एमडीए अभियान का शुभारंभ किया । इस अवसर पर उन्होंने बताया कि मुंगेर शहरी क्षेत्र सहित जिला भर के सभी नौ प्रखंडों में शनिवार से अगले 17 दिनों तक लोगों को फाइलेरिया रोधी दवाओं के रूप में अल्बेंडाजोल और डीईसी दवाओं का सेवन कराया जाएगा। शुरुआत के तीन दिनों तक जिला भर के स्कूलों में बूथ लगाकर बच्चों और शिक्षकों को आशा और आंगनबाड़ी कार्यकर्ता के माध्यम फाइलेरिया रोधी दवाओं का सेवन कराया जाएगा। इसके अलावा लगातार 17 दिनों तक जिला के सभी अस्पतालों, प्राथमिक, सामुदायिक और हेल्थ एंड वेलनेस सेंटर पर एएनएम स्टाफ के सहयोग से बूथ लगाकर वहां इलाज के लिए आने वाले सभी लोगों को फाइलेरिया कि दवा का सेवन कराया जाएगा। इस अवसर पर डिस्ट्रिक्ट वेक्टर बोर्न डिजीज कंट्रोल ऑफिसर डॉक्टर अरविंद कुमार सिंह, सदर अस्पताल के डिप्टी सुप्रीटेंडेंट डॉक्टर रमण कुमार, शिक्षा विभाग से पीएम पोषण योजना के डीपीएम अनिल कुमार, जीविका के डीपीएम गुरुदेव, वीडीसीओ संजय विश्वकर्मा, डिस्ट्रिक्ट वेक्टर बोर्न डिजीज कंसल्टेंट पंकज कुमार प्रणव, डेवलपमेंट पार्टनर डब्ल्यूएचओ संजीव कुमार, पिरामल स्वास्थ्य से राजेश सिन्हा, पीसीआई से मंजीत कुमार, सीफार से जय प्रकाश कुमार सहित जिला फाइलेरिया और मलेरिया कार्यालय के सभी अधिकारी, कर्मचारी मीडिया के प्रतिनिधि सहित कई अन्य लोग उपस्थित थे।
इससे पहले एएनएम स्कूल कि छात्राओं ने एमडीए अभियान के दौरान फाइलेरिया रोधी दवाओं के सेवन के प्रति लोगों को जागरूक करने के उद्देश्य से जागरूकता रैली निकाली जो जिला फाइलेरिया कार्यालय से निकल कर एक नंबर ट्रैफिक होते हुए पुनः कार्यालय में आकर समाप्त हुई। इस दौरान छात्राओं ने " हमलागों ने यह ठाना है फाइलेरिया रोधी दवाओं का सेवन कर जल्द से जल्द मुंगेर सहित पूरे देश को फाइलेरिया मुक्त बनाना है" जैसे नारे लगा रही थी।
उद्घाटन कार्यक्रम को संबोधित करते हुए डिस्ट्रिक्ट वेक्टर बोर्न डिजीज कंट्रोल ऑफिसर डॉक्टर अरविंद कुमार सिंह ने बताया कि फाइलेरिया जैसी लोगों को स्थाई रूप से दिव्यांग बनाने वाली बीमारी से बचाव के लिए साल में कम से एक बार एमडीए राउंड के सभी लोगों फाइलेरिया कि दवा का सेवन करना अनिवार्य है। इस दौरान सिर्फ दो वर्ष से कम उम्र के बच्चों, गर्भवती महिलाओ, एक सप्ताह के अंदर मां बनने वाली महिलाओं और गंभीर बीमारी से पीड़ित लोगों को फाइलेरिया कि दवा नहीं खिलानी है। उन्होंने बताया कि इस दवा का कोई साइड इफेक्ट्स नहीं है। एमडीए राउंड के दौरान सभी लोगों को एक गोली अल्बेंडाजोल कि खिलानी है । यह दवा को चबाकर खाना है। इसके अलावा उम्र के हिसाब से 2 से 5 वर्ष तक के बच्चों को एक गोली, 6 से 14 साल तक के बच्चों को दो गोली और 15 वर्ष से अधिक उम्र के सभी लोगों को डीईसी दवा कि तीन टैबलेट्स खिलाई जाएगी।
कार्यक्रम में उपस्थित संकट मोचन पेशेंट सपोर्ट प्लेटफार्म के लीडर चंदन कुमार ने बताया कि मैं हाथीपांव कि वजह से आज एक दिव्यांग कि जिंदगी जीने को विवश हूं। आप लोगों से यह अपील करता हूं कि आप सभी लोग 10 फरवरी से शुरू हो रहे एमडीए अभियान के दौरान फाइलेरिया रोधी दवाओं का सेवन अनिवार्य रूप से करें ताकि कोई भी व्यक्ति मेरी तरह हाथीपांव का शिकार होकर एक दिव्यांग कि जिंदगी जीने को विवश नहीं हो।
उद्घाटन कार्यक्रम में उपस्थित हाथीपांव फाइलेरिया कि रोगी और एएनएम स्कूल मुंगेर में रसोइया का काम करने वाली सफियाबाद मुंगेर के रहने वाले कैलाश साव कि 55 वर्षीय पत्नी मीना देवी ने बताया कि मुझे बाएं पैर में पिछले छह सात वर्षों से फाइलेरिया कि बीमारी है। मेरे पति ठेला लगाकर भूंजा बचने का काम करते है। परिवार कि आर्थिक स्थिति ठीक नहीं होने कि वजह से मुझे फाइलेरिया से ग्रसित होने के बावजूद काम करना पड़ता रहा है। इसकी वजह से मुझे नियमित रूप से काम करने में काफी परेशानियों का सामना करना पड़ता है। आज मैने फाइलेरिया कि दवा का सेवन की हूं और सभी लोगों से यह अपील करती हूं कि सभी लोग जब उनके यहां फाइलेरिया कि खिलाने के लिए आशा या आंगनबाड़ी कार्यकर्ता जाएं तो आप लोग न सिर्फ दवा का सेवन कीजिए बल्कि अपने परिवार के सभी लोगों को और अपने आस पास रहने वाले सभी लोगों फाइलेरिया कि दवा खाने के लिए प्रेरित कीजिए। साल में कम से कम एक बार एमडीए राउंड के दौरान फाइलेरिया कि दवा का सेवन करने से आप न सिर्फ फाइलेरिया कि बीमारी से बच सकते हैं बल्कि इसकी वजह से एक दिव्यांग होने से भी खुद को सुरक्षित कर सकते हैं। इस अवसर पर प्रभारी सिविल सर्जन डॉ. अखिलेश कुमार सहित अभी अधिकारी और डेवलपमेंट के प्रतिनिधियों ने फाइलेरिया कि दवा का सेवन कर महा अभियान का अपने स्तर से शुरुआत की ।
रिपोर्टर
Swapnil Mhaske
The Reporter specializes in covering a news beat, produces daily news for Aaple Rajya News
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